[ 15 Tips ] नैचुरली (बिना दवा) के कब्ज का परमानेंट इलाज - Ultimate Guide to Cure Constipation in Hindi - Saralpathy

[ 15 Tips ] नैचुरली (बिना दवा) के कब्ज का परमानेंट इलाज - Ultimate Guide to Cure Constipation in Hindi

कब्ज दूर करने के लिए 15 घरेलू उपाय: बिना किसी दवा के [नैचुरली] कब्ज का परमानेंट रामबाण अचूक इलाज - 15 Natural Home Tips to Cure Constipation in Hindi

आइये जानते है कि नैचुरली (बिना दवा) के कब्ज से हमेशा के लिए कैसे छुटकारा पाएं - Ultimate Guide to Cure Constipation in Hindi

क़ब्ज एक बहुत ही गंभीर समस्या है जो आज हर आयु के लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। कब्ज अगर ज्यादा दिनों तक रह जाता है तो यह न जाने कितनी बीमारियों को जन्म देता है। अतः अगर आपको कब्ज हो जाए तो आप इसको कभी भी हल्के में न लें और जल्दी से जल्दी इसको दूर करने का उपाय ढूंढ लेना चाहिए। 

Ultimate Guide -15 Home Tips to Cure Constipation in Hindi 1

वैसे कब्ज के लिए आयुर्वेद, होम्योपैथी तथा एलोपैथी में बहुत सी दवाएं मौजूद है। लेकिन अक्सर यह देखा गया है और आपने सुना होगा कि लोग जब तक इन दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं तो कब्ज कुछ दिनों के लिए दूर हो जाता है। और जैसे ही दवाइयों का सेवन बंद हो जाता है यह अपनी पुरानी अवस्था में वापस आ जाता है। इसका मतलब यह  है कि वास्तव में कब्ज दूर करने के लिए हम कब्ज उत्पन्न करने वाले मूल कारणों को ठीक करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं और जब तक कब्ज उत्पन्न करने वाले मूल कारणों का हम निदान करने की कोशिश नहीं करते तो कब्ज हमें इसी तरह सताता रहेगा। 

आज हम यहां पर आपको ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं जिससे आप इन विधियों का अपना कर तथा अपनी लाइफ स्टाइल में थोड़ा सा बदलाव कर हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। 

1. उच्च फाइबर युक्त भोजन का प्रयोग करें 
2. भोजन को खूब चबा - चबाकर खाएं 
3. अधिक पानी का उपयोग करें 
4. नियमित व्यायाम करें 
5. जूस की जगह की फलों का उपयोग करें 
6. लंच के बाद थोड़ा आराम करें 
7. डिनर के बाद 20 मिनट तक चले फिर थोड़ा पहले 
8. रात्रि भोजन के बाद लगभग 2 घंटे तक ना सोए 
9. सुबह खाली पेट गर्म पानी का उपयोग करें 
10. अपने भोजन में सब्जियों को अधिक प्रमुखता दें 
11. जितनी भूख हो उसे थोड़ा कम ही खाएं 
12. वसा युक्त चीजों का उपयोग न करें 
13. भोजन करने के दौरान पानी का उपयोग कम करें 
14. लगातार एक जगह पर घंटो न बैठें
15. जरूरत पड़ने पर हर्बल लैक्सेटिव का उपयोग करें   


आइए अब विस्तार से इन 15 Tips को समझते हैं कि नैचुरली अर्थात बिना किसी दवा के प्रयोग के कब्ज का परमानेंट इलाज कैसे करेंगे -


उच्च फाइबर युक्त भोजन का उपयोग करें 

अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो सर्वप्रथम अपने खान-पान में आवश्यक बदलाव करें। अपने तैलीय, फास्ट फूड या मसालेदार भोजन की जगह उच्च फाइबर युक्त भोजन जैसे - मल्टीग्रेन, संपूर्ण गेहूं, या साबुत अनाज को प्रमुखता दें। उच्च फाइबर युक्त भोजन अपनी डाइट में अवश्य शामिल करें। अमरनाथ, बार्ली, ब्राउन राइस, बल्गर, ओट्स आदि उच्च फाइबर हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम द्वारा पाचन क्रिया में ज्यादा समय नहीं लेते। उच्च फाइबर युक्त भोजन हमारी आँतों में बिना चिपके / बिना रुके आसानी से डाइजेस्ट हो जाते हैं। 


भोजन को खूब चबा चबाकर खाएं 

आजकल दौड़ भाग से भरी  तथा व्यस्त जिंदगी में हमारे पास समय का अभाव हो गया है। हम जानते हैं कि भोजन को कम चबाकर खाना हमारे स्वास्थ्य पर कितना पर स्कूल प्रभाव डालता है इसके विपरीत हम भोजन को जितना चबाकर खाते हैं, उतना ही यह हमारी सेहत के लिए लाभकारी होता है। जैसा की विशेषज्ञ द्वारा यह कहा गया है कि हर बार लुकमें को 32 बार चबाकर खाना चाहिए। जब हम भोजन को चबा - चबा कर खाते हैं तो हमारी मुंह की ग्रंथियों से एक प्रकार का एंजाइम निकलता है इसे saliva कहते हैं । यह saliva हमारे भोजन में अच्छी प्रकार से मिल जाता है जो हमारे भोजन को पचने तथा हमारे डाईजेस्टिव सिस्टम को अच्छे से कार्य करने में बहुत सहायक होता है। 


खूब पानी पिएं

इस बात से हमें इंकार नहीं कर सकते कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना लाभदायक होता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से हमारी पाचन क्रिया ठीक रहती है। कई बार कब्ज की समस्या हमारी आँतों के सूखापन और पानी की कमी से होती है। अतः हमें पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और अपने शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाए रखें। पर्याप्त मात्रा में पानी हमारे मल को मुलायम बनाए रखता है जिससे हमें मल को त्यागने में आसानी रहती है। अतः पर्याप्त मात्रा में पानी हमें कब्ज से बचाव करने में काफी मददगार होता है। 


नियमित व्यायाम करें 

आज विभिन्न शोधों से यह साबित हो चुका है कि व्यायाम का हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना अधिक महत्व है। नियमित व्यायाम हमारे पाचन तंत्र को अधिक मजबूत बनाता है। व्यायाम करने से हमारे  पाचन तंत्र की मांसपेशियां अधिक कुशल रहती हैं। नियमित व्यायाम से पाचन तंत्र से संबंधित विभिन्न बीमारियां जैसे - कब्ज, गैस, पेट में मरोड़, ऐंठन  आदि से हमें छुटकारा मिल जाता है। व्यायाम हमारे शरीर में पनपने वाले अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। नियमित व्यायाम हमारे आँतों की सुस्ती और कमजोरी को खत्म करके हमारे डाईजेस्टिव सिस्टम को चुस्त व दुरुस्त बनाए रखता है। 


जूस की जगह फलों का सेवन करें 

जूस से हमें विटामिंस, मिनरल्स तथा एंटी ऑक्सीडेंट तो प्राप्त हो जाते हैं लेकिन हमारे पाचन क्रिया के लिए जो महत्वपूर्ण पदार्थ होता है उसे हम फेंक देते हैं। फलों के जूस की जगह पूरे फल का उपयोग करें। फलों से प्राप्त होने वाला फाइबर हमारी पाचन क्रिया में महत्वपूर्ण योगदान देता है। फलों से मिलने वाला फाइबर हमारी पाचन क्रिया को शक्ति देने के साथ-साथ हमारे शरीर में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है तथा केलोस्ट्रोल को कम करने में भी सहायक होता है। 


दोपहर के भोजन (लंच) के बाद थोड़ा आराम करें 

आज बहुत सारी रिसर्च में यह साबित हो चुका है दोपहर के भोजन के बाद 10 से 15 मिनट की झपकी लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। क्योंकि हमारे पूरे दिन हमको अपनी आवश्यकतानुसार हमें अपने कार्यों में व्यस्त रहना होता है और दोपहर के भोजन तुरंत अपने कार्यों में लग जाने से हमारे पाचन क्रिया पर प्रतिकूल असर पड़ता है। जब हम 10 -15 मिनट दोपहर के भोजन के बाद आराम करते हैं, तो हमारी पाचन क्रिया का एनर्जी लेवल पड़ जाता है। और हमारा पाचन हमारे भोजन को संपूर्ण रूप से सुगमता से कार्य करने के लिए उपलब्ध हो जाता है। 


रात्रि के भोजन (डिनर) के बाद लगभग 20 मिनट टहलें 

कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि लगभग 15 से 20 मिनट तक रात्रि भोजन के बाद टहलना हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभदायक होता है। रात्रि भोजन के बाद टहलनें से हमारा पाचन तंत्र तो बेहतर होता ही है, इसके साथ-साथ हमरे ब्लड शुगर लेवल में भी सुधार होता है और हर्ट अटैक का खतरा भी काफी कम हो जाता है। इस प्रकार ऐसा करने से हमें कब्ज की शिकायत नहीं होती। 


रात्रि भोजन के बाद लगभग 1-2 घंटे तक न सोएं 

रात्रि में जल्दी भोजन करने की आदत बनाएं। ऐसा करने से रात्रि भोजन के बाद लगभग 1-2 घंटे जाग सकेंगे। रात्रि - भोजन के बाद तुरंत सोना हमारे पाचन तंत्र केलिए नुकसानदायक होता है। यह हमारी पाचन क्रिया को सुस्त बनता है। बचे , बूढ़े या जवान सभी के लिए अपने पाचन तंत्र को बेहतर बनाने तथा कब्ज की शिकायत न होने के लिए यह जरूरी है कि आप रात्रि भोजन के बाद तुरंत बिस्तर पर न जाएँ।  

रात्रि भोजन के बाद चलना , फिरना और घूमना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। जब हम  भोजन करने के बाद तुरंत सो जाते हैं तो हमारे शरीर में एसिड रिफ्लेक्स तेजी से बनने लगता है अथाह अपचन और एसिड रिफ्लेक्स से बचने के लिए रात में खाना खाने के बाद तुरंत न सोएं और भोजन  के बाद लगभग 100 कदम जरूर चले जोकि बहुत ही लाभदायक होता है। इस लघु व्यायाम से हमारे शरीर की मांसपेशियां तथा पाचन तंत्र में रक्त परिसंचरण बेहतर होता है। 


सुबह खाली पेट गर्म पानी का प्रयोग करें 

सुबह खाली पेट गर्म पानी पीने से हमारे शरीर में बनने वाले विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में हमारी मदद करता है। सुबह खाली पेट गर्म पानी पीना हमारे पाचन तंत्र को मजबूत तथा शुद्ध करता है। सुबह खाली पेट गर्म पानी हमारी लीवर पर जमा होने वाली चर्बी को कम करके हमारी पाचन क्रिया को सुचारु रूप से दुरुस्त बनाए रखता है। नियमित रूप से रोज सुबह खाली पेट पानी पीने से कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है 


अपने भोजन में सब्जियों को अधिक प्रमुखता दें 

जब हम भोजन कर रहे हो तो हमें यह ध्यान रहे कि हमारी डाइट में सब्जियों की मात्रा अधिक हो सब्जियों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है  फाइबर का हमारे पाचन तंत्र पर विशेष प्रभाव पड़ता है।  यह फाइबर स्वयं से नहीं पचते बल्कि जब हम उच्च फाइबर युक्त भोजन करते हैं तो यह आँतों में पानी को अवशोषित कर लेते हैं तथा मल त्याग को आसान बनाते हैं यह फाइबर हमारी आँतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं जोकि हमारे उचित पाचन तंत्र के लिए बहुत जरूरी होते हैं। 


जितनी भूख हो उससे थोड़ा कम ही खाएं 

हमेशा याद रखना चाहिए जब हम को तेज भूख लगे तब भोजन करना चाहिए। जब हम भूख लगने से पहले भोजन कर लेते हैं तो यह हमेशा अपचन और इन डाइजेशन का कारण बनता है। और यही पचन और इन डाइजेशन  हमारे शरीर में  बहुत सारी बीमारियों को जन्म देता है। भोजन करते समय हमको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि जब भोजन कर रहे हैं तो भोजन से अपने स्टमक (पेट) को ओवरलोड न करें। भूख से ज्यादा खाना खाने से भी हमारा और हमें अपचन होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। ज्यादा खाना खाने से गैस बनने का खतरा बहुत ही बढ़ जाता है तो इसलिए यह जरूरी है जितनी भूख हो उससे कम ही खाएं।  इससे हमारे भोजन को पचाने से संबंधित सभी क्रियाएं ठीक से हो पाती है 


वसा युक्त तली-भुनी चीजों का उपयोग कम करें 

वसा युक्त तली-भुनी चीजें हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक होती हैं और इनका हमारी पाचन क्रिया पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है तली-भुनी चीजों में फाइबर की मात्रा बहुत ही कम होती है और या तो होती ही नहीं। जिससे हमारा पाचन ऐसे भोजन को पूर्ण रूप से पाचित करने में सक्षम नहीं हो पाता है और फलसरूप हमारा ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है जिससे हमें चिंता, कन्फ्यूजन, कमजोरी, मोटापा आदि का सामना करना पड़ सकता है। 


भोजन करने के दौरान पानी का उपयोग कम करें 

भोजन के दौरान जब हम पानी का अधिक उपयोग करते हैं तो यह हमारे पाचन क्रिया में बाधा उत्पन्न करता है और हमारे पाचन रास को पतला कर देता है जिससे हमारे शरीर को भोजन से मिलने वाले पोषक तत्वों का अवशोषण ठीक से नहीं हो पाता, अतः भोजन के दौरान यह ध्यान रहे पानी का उपयोग कम से कम करें। 


लगातार एक जगह पर घंटो न बैठें

जब हम लगातार घंटों एक जगह बैठे रहते हैं तो इससे हमारी पाचन तंत्र सुस्त और धीमा पड़ जाता है। यह परिस्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब भोजन करने के तुरंत बाद बैठ जाते हैं। खाना खाने के तुरंत बाद बैठने से हमारे भोजन को उपयुक्त जगह नहीं मिल पाती और पेट में मौजूद सामग्री, संकुचित हो जाती है जिस कारन से हमारा पाचन  ठीक से काम नहीं कर पाता। 


जरूरत पड़ने पर हर्बल लैक्सेटिव का उपयोग करें

अगर हमको कब्ज की लगातार शिकायत बनी रहती है और पेट साफ नहीं हो रहा है तो बीच-बीच में हमको लैक्सेटिव का उपयोग कर लेना चाहिए इससे हमारे पाचन तंत्र तथा आंतों में जमा होने वाले हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते हैं हमारे पेट की सफाई हो जाती है लेकिन ध्यान रहे कि जब कभी भी हम लैक्सेटिव का इस्तेमाल कर रहे हों तो इस्का किसी अच्छे चिकत्सक की देखरेख में होना चाहिए। बार-बार और अधिक लैक्सेटिव के इस्तेमाल से उसकी हमें आदत पड़ने की समस्या हो सकती है। 


निष्कर्ष: 

उम्मीद है कि आप लोगों को ऊपर बतायी गयी टिप्स का फॉलो करके बिना दवा के नैचुरली कब्ज को दूर करने में मदद मिलेगी। अगर इन टिप्स का उपयोग करते हैं तो आप कुछ ही दिनों में अपने को अधिक ऊर्जावान तथा चुस्ती-फुर्ती से भरा हुआ महसूस करेंगे और आपका कब्ज आपका हमेशा के लिए दूर हो जाएगा। 

अस्वीकरण: इस ब्लॉग पर उपलब्ध सामग्री केवल इन्फॉर्मेशनल उद्देश्य के लिए है और किसी चिकित्सक या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के परामर्श, निदान या चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए सदैव किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। Saralpathy इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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