दिमागी कमजोरी : लक्षण, कारण और इलाज - ये हैं टॉप होम्योपैथिक दवाएं - Saralpathy

दिमागी कमजोरी : लक्षण, कारण और इलाज - ये हैं टॉप होम्योपैथिक दवाएं

दिमागी कमजोरी (Mental Weakness) के लिए टॉप होम्योपैथिक दवाएं। लक्षण, कारण और इलाज। 1.कली फास्फोरिकम 2. एसिड पिक्रिक 3. एसिड फॉस 4. एनाकार्डियम 5.

 दिमागी कमजोरी का होम्योपैथिक इलाज: Homeopathic Treatment of Mental Weakness in Hindi




दिमागी कमजोरी: लक्षण और कारण :

अधिक दिनों तक गंभीर तथा जटिल बीमारियां होने से इसका हमारी इम्यूनिटी पर गलत असर पड़ता है।  धीरे-धीरे हमारी जीवनी - शक्ति कमजोर हो जाती है , जिससे हमारा मस्तिष्क बुरी तरह से प्रभावित होता है। हमारी याददाश्त कमजोर हो जाती है और हमें कुछ भी याद नहीं रहता है। अधिक दिनों तक ठीक प्रकार से उपचार न मिलने से हमारा स्नायु मंडल पूरी तरह से कमजोर हो जाता है। 

दिमागी कमजोरी होने के प्रमुख कारणों में से बहुत ज्यादा मानसिक परिश्रम करना, हस्तमैथुन क्रिया का आदी हो जाना, ज्यादा सोचना, अचानक किसी प्रकार की ज्यादा ख़ुशी / दुख पड़ जाना या फिर यह बीमारी वंशनुगत बीमारी भी हो सकती है।  कुछ नवयुवक बच्चों में जन्म से दिमागी कमजोरी से पीड़ित लक्षण देखने को मिलते हैं। 

आज लोगों का जीवन भाग-दौड़ से भरा हुआ है जिससे हमारा लाइफ़स्टाइल इतना बदल गया है कि न तो हमें और न ही हमारे मस्तिष्क को आराम मिल पाता है । हमारे मस्तिष्क में पोषण विटामिंस और में खनिज लवणों की कमी हो जाती है यही दिमागी कमजोरी होने के मुख्य कारणों में से एक है। 


आइए आज हम आपको दिमागी कमजोरी के होम्योपैथिक उपचार हेतु बेस्ट मेडिसिन बताते हैं जो नीचे दी गई हैं -


कली फास्फोरिकम 

यह औषधि, होम्योपैथी में  बायोकैमिक के रूप में अधिक उपयोग की जाती है।  अधिकतर होम्योपैथ इस दवा को नर्व - टॉनिक के रूप में उपयोग करते हैं। -

जब किसी व्यक्ति को मानसिक विकार से उत्पन्न रोग जैसे - जीवनी शक्ति घट जाने और मानसिक रोग हो जाए तो इसका सेवन करें होम्योपैथिक दवा से कमजोर जीवनी शक्ति को ताकत पहुंचती है ।


एसिड पिक्रिक 

जब किसी व्यक्ति पर दिमागी बोझ बहुत ज्यादा और थोड़ा सा दिमागी परिश्रम करने से समस्या उत्पन्न हो जाए तो इस होम्योपैथिक अवषधि कमजोरी में लाभ मिलता है ऐसे विद्यार्थी जो दिन रात मेंहनत  करते रहते हैं जिससे उन्हें दिमागी थकावट होने से दिमाग कमजोर हो जाए तो इसका इस्तेमाल करें ।


एसिड फॉस

वे लोग जो अक्सर यौन सम्बन्धी क्रिया में अधिक लिप्त रहते हैं या यौन से सम्बंधित कोई बीमारी हो जाती है जिसके कारण वीर्य क्षय हो जाता है।  अगर किसी को अधिक दिनों तक वीर क्षय होने से दिमागी कमजोरी की समस्या हो जाये तो Acid Phos होम्योपैथिक दवा का प्रयोग करें। 


एनाकार्डियम 

यह होम्योपैथिक दवा दिमागी कमजोरी दूर करके स्मरण शक्ति बढ़ाने में अच्छा लाभ पहुंचाती है।  अगर किसी व्यक्ति को दिमागी कमजोरी के साथ समरण शक्ति भी कमजोर हो जाए , व्यक्ति को दिमागी थकावट के साथ-साथ गुम -सुन रहना और  आत्मविश्वास की कमी हो जाने पर इस दवा का प्रयोग करें । 

जब किसी व्यक्ति को अत्यधिक मानसिक चिंता की वजह से कोई बीमारी होकर एका - एक स्मरण शक्ति घट जाए, रोगी लगभग हर काम में गलती करें, और कोई भी काम ठीक तरह से न हो पाना, रोगी ज्यादा उतावला दिखाई देता है।  कमजोर कर देने वाली बीमारी हो जाने के बाद याददाश्त कमजोर हो जाना।  वृद्ध लोगों  की स्मरण शक्ति कम हो जाना , तो इस तरह के लक्षण रहने पर एनाकार्डियम होम्योपैथिक दवा से ज्यादा फायदा दिखाई देता है इसको अतरिक्त विद्यार्थियों को और पढ़ने वाले छात्रों को इस दवा को स्मृति -सुधा  रूप में प्रयुक्त किया जाता है।


इथूजा-सिनेपियम 

ऐसे विद्यार्थी जिन्हें अपनी पढ़ाई में मन न लगता हो। उनका पढ़ाई से ध्यान भटकता हो, पढ़ाई के दौरान ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत आये।


फॉस्फोरस 

जब परिश्रम करने की इच्छा बिल्कुल ना हो।  स्नायु अत्यधिक  दुर्बलता हो।


ब्राह्मी Q 

मेमोरी शक्ति व एकाग्रता को बढ़ाने के लिए यह अधिक फायदेमंद है।  इस दवा के उपयोग से मानसिक क्रिया-कलापों में सुधार होता है। मानसिक कमजोरी को दूर करके तथा इससे होने वाले सिर दर्द में लाभ पहुंचता है।  वे छात्र  जो अपनी पढ़ाई को लेकर अधिक चिंता ग्रस्त और तनाव में रहते हैं तो उन्हें ब्राह्मी क्यों का उपयोग करना चाहिए


बौराइटा करब 

अधिक उम्र वाले लोगों में जब स्मरण शक्ति संबंधी समस्या हो जाए तो दवा से लाभ पहुंचता है। 


ज़िकम मेट 

इस होम्योपैथिक दवा का मस्तिष्क और मेरुदंड पर इसकी प्रधान क्रिया होती है।  स्नायु दुर्बलता तथा जीवनी शक्ति की कमजोरी से जितनी बीमारियां उत्पन्न होती है तो उन सब में यह दवा विशेष प्रभाव ही है। 


एम्ब्रा ग्रेसिया 

कम उम्र की युवतियों व बालिकाएं जो स्नायु प्रधान, क्षीण और हिस्टीरिया रोग से ग्रस्त हैं और इस प्रकार उन्हें कई प्रकार के स्नायु दुर्बलता के कारण उनके शरीर में ताकत नहीं आप आती है। तनाव और चिंता से दिन रात जागते रहना, नींद ना आना आदि समस्याओं में यह दवा  विशेष रूप से प्रभावी है। इसके अतिरिक्त इस दवा से बच्चों और बड़ों को लाभ पहुंचता है। 


ग्लोनाइन

स्मरण शक्ति और मानसिक कमजोरी से पीड़ित व्यक्ति के नर्वस सिस्टम पर इसकी प्रक्रिया होती है।  जब किसी को भूलने की बीमारी ज्यादा बढ़ जाए, अपने आसपास के लोगों को, रिश्तेदारों को भूलने, लगे किसी काम के लिए घर से निकलने पर किसी दूसरे काम पर चला जाए तो इस तरह लक्षण रहने पर इस होम्योपैथिक दवा का उपयोग करना चाहिए, मानसिक बीमारी से पीड़ित  लोगों का जब बीपी हाई हो जाए तो इस दवा का सेवन करें। 


आर्जेंटम नइट्रिकम 

ऐसे व्यक्ति जो दिमागी में काम ज्यादा करते हैं और अधिक मानसिक परिश्रम करने से उन्हें स्मरण शक्ति का प्रॉब्लम पैदा हो जाए या कोई मानसिक रोग हो जाये तो या अच्छा फायदा करती है। 



अस्वीकरण: इस ब्लॉग पर उपलब्ध सामग्री केवल इन्फॉर्मेशनल उद्देश्य के लिए है और किसी चिकित्सक या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के परामर्श, निदान या चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए सदैव किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। Saralpathy इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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